देवशयनी एकादशी के बाद चातुर्मास की होगी शुरुआत,जुलाई में तीज त्योहारों की रहेगी रौनक।
कोरबा, (राज्यभूमि)। इन दिनों आषाढ़ माह चल रहा है। मंगलवार से जुलाई माह की शुरुआत हो चुकी है। इस माह में त्योहारों की रौनक रहेगी। पूरे माह तीज त्योहारों का सिलसिला जारी रहेगा। इस माह भड़लिया नवमी, देवशयनी एकादशी, गुरु पूर्णिमा के साथ-साथ हरियाली अमावस्या और नागपंचमी जैसे कई त्योहार आएंगे।देवशयनी एकादशी के बाद चातुर्मास की शुरुआत होगी और चार माह तक अनेक तीज त्योहारों की धूम रहेगी। 6 जुलाई को देवशयनी एकादशी पर भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाएंगे और भोलेनाथ सृष्टि का संचालन करेंगे। इसके साथ ही मांगलिक कार्यों पर रोक लगेगी। श्रावण माह में भगवान शिव की भक्ति चरम पर होगी। जुलाई में नागपंचमी, गुरुपूर्णिमा और हरियाली अमावस्या जैसे बड़े त्योहार भी आएंगे। जुलाई माह से तीज त्योहारों की रौनक शरू हो जाएगी। इस समय गुप्त नवरात्र चल रही है। प्रकृति भी हरियाली की चादर ओढ़े हुए हैं। ऐसे में बारिश के बीच त्योहारों का उत्साह भी नजर आएगा। ऐसे में साधना, आराधना के साथ-साथ भक्ति का उत्साह नजर आएगा। इसके साथ ही आने वाले दिनों में अनेक सामाजिक, धार्मिक संगठनों की ओर से भी शहर में अनेक आयोजन किए जाएंगे। वहीं विशेष तौर से कार्यक्रम आयोजित होंगे। आषाढ़ शुक्ल पक्ष पूर्णिमा तिथि के दिन मनाई जाने वाली गुरु पूर्णिमा 10 जुलाई को ऐंद्र योग और पूर्वाषाढ़ नक्षत्र के शुभ योग में मनाई जाएगी।ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि गुरु पूर्णिमा के दिन ऐंद्र योग पूर्वाषाढ़ नक्षत्र के साथ गुरुवार होने से इसका महत्व और अधिक बढ़ जाएगा। 9 जुलाई की रात 1.36 बजे पूर्णिमा तिथि आरंभ होगी, जो 10 जुलाई को रात 2.06 बजे समाप्त होगी। इस दिन व्यासपीठ पूजा एवं अपने गुरु भगवान का पूजन-अर्चन करने से गुरु की विशेष कृपा प्राप्ति होगी। गुरु पूर्णिमा के दिन शहर और ग्रामीण क्षेत्र के आश्रमों में श्रद्धालु पहुंचेंगे और अपने गुरुजन से आशीर्वाद लेंगे, इसके अलावा शहर के मंदिरों में भी भगवान की प्रतिमाओं का विशेष श्रृंगार किया जाएगा। गुरु पूर्णिमा के दिन से ही संन्यासियों का चतुर्मास भी प्रारंभ होगा। गुरु पूर्णिमा पर गोवर्धन परिक्रमा का भी विशेष महत्व है। इस दौरान शहर से ट्रेन के माध्यम से मथुरा जाया जा सकता है। वहीं शहर के प्रमुख मंदिरों पर भगवान का श्रृंगार किया जाएगा तथा भजन-कीर्तन के आयोजन भी किए जाएंगे।माह के प्रमुख योग👇
सवार्थ सिद्धि योग- 2, 5, 7, 12, 17, 18, 21, 24 और 30 जुलाई
अमृत सिद्धि योग- 21 और 24 जुलाई को
रवि योग- 1, 3, 4, 6, 8, 16 और 27 से 30 जुलाई तक
सावन माह की शुरुआत 11 से,,जुलाई माह में देवशयनी एकादशी के साथ-साथ चातुर्मास की शुरुआत भी हो जाएगी। कई संत देवशयनी एकादशी तो कई पूर्णिमा से चातुर्मास की शुरुआत करेंगे। इस दौरान चार माह तक एक ही स्थान पर रहकर कठिन साधना करेंगे। शहर के जैन मंदिरों में जैन संत, साध्वी तो बुद्ध विहारों में बौद्ध भिक्षु, भिक्षुणियों का वर्षावास होगा। सावन में शिव आराधना ओर कांवड़ यात्राएं निकलेगी।पवित्र सावन माह की शुरुआत 11 जुलाई से होगी। एक माह तक श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ की आराधना करेंगे। इस दौरान शहर के शिवालयों में विभिन्न अनुष्ठान होंगे। सावन माह में अनेक संगठनों की ओर से कांवड़ यात्राएं निकाली जाएगी और एक माह तक शहर शिवमय नजर आएगा।
प्रमुख त्योहार👇
1 जुलाई स्कंद षष्ठी
4 जुलाई भड़लिया नवमी
6 जुलाई देवशयनी एकादशी
8 जुलाई प्रदोष व्रत
10 जुलाई गुरु पूर्णिमा
11 जुलाई सावन माह
13 जुलाई कजली तीज
14 जुलाई गणेश चतुर्थी
21 जुलाई कामदा एकादशी
22 जुलाई प्रदोष व्रत
24 जुलाई हरित अमावस्या
29 जुलाई नागपंचमी
31 जुलाई तुलसीदास जयंती