बालको में शीतकालीन शिविर सत्र का आयोजन
बालको.. भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) के सामुदायिक विकास विभाग एवं सार्थक जन विकास संस्थान (एसजेवीएस) के सहयोग से कंपनी के परियोजना ‘कनेक्ट’ के तहत 10वीं और 12वीं के छात्रों की बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए छह दिवसीय शीतकालीन शिविर का आयोजन किया गया। शिविर विज्ञान, अंग्रेजी, गणित और लेखा (सेमा) विषयों के सत्र पर केंद्रित था जिसका उद्देश्य छात्रों को दैनिक अभ्यास के माध्यम से उन्हें आगामी बोर्ड परीक्षाओं के लिए तैयार करना था।
कार्यक्रम में 6 स्कूलों माध्यमिक विद्यालय रुमगरा, आदर्श उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बालको, कन्याशाला गर्ल्स स्कूल बालको, हायर सेकेंडरी स्कूल गोढ़ी, गर्वमेंट ब्यॉज स्कूल, बालको और हायर सेकेंडरी स्कूल पीडब्ल्यूडी रामपुर के कुल 268 छात्रों ने पंजीकृत किया था। कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्रों के लिए विशेषज्ञों द्वारा करियर परामर्श सत्र भी आयोजित किया गया जिससे छात्रों को करियर के विभिन्न क्षेत्रों और उनके महत्व के विषय को जानने में मदद मिली। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के बारे में बताया गया जिसके माध्यम से भविष्य में उन्हें करियर चुनने के विकल्प में मदद मिल सके।
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति ने कहा कि समावेशी और समान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हमारे सामुदायिक विकास प्रयासों में प्रमुख स्तंभ है। गुणवत्तापूर्ण और व्यावसायिक शिक्षा के साथ हमारे युवा छत्तीसगढ़ और भारत के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। कंपनी की परियोजनाओं के माध्यम से हमारा लक्ष्य स्थानीय युवाओं के बीच कौशल विकास के अवसरों तथा व्यावसायिक शिक्षा बढ़ावा देना जिससे उन्हें रोजगार योग्य कौशल सीखने के अवसर प्राप्त हों। देश के उत्तरोत्तर विकास में सभी की भागीदारी महत्वपूर्ण है। हमारे विभिन्न सामुदायिक विकास कार्यक्रम इसी दृष्टिकोण से जुड़े हुए हैं।
गवर्नमेंट स्कूल, गोढ़ी की प्रिंसिपल रिनी दुबे ने कहा कि बालको हमारे छात्रों के लिए सीखने का अनुकूल माहौल बनाने में हमारी मदद कर रहा है जो बेहद सराहनीय है। हमारे छात्र निश्चित रूप से सार्थक कदम का लाभ उठाएंगे और इस क्षेत्र में विकास का नेतृत्व करेंगे। करियर काउंसलिंग सपोर्ट एक बेहतरीन पहल है जो उन्हें अकादमिक और करियर-उन्मुख निर्णय लेने की दिशा में मार्गदर्शन करेगा।
बालको परियोजना ‘कनेक्ट’ के अंतर्गत नियमित कक्षाएं आयोजित कर, ड्रॉपआउट छात्रों को पढ़ाने और ग्रीष्मकालीन एवं शीतकालीन शिविर के माध्यम से सामुदायिक क्षेत्र में शिक्षा को नईं उचांईयों पर पहुंचा रहा है। परियोजना मुख्य रूप से बालको कर्मचारियों तथा स्वयंसेवी शिक्षकों के माध्यम से छात्रों के ग्रेड में सुधार, शिक्षकों की क्षमता निर्माण और करियर परामर्श के लिए एक सक्षम वातावरण बनाकर सरकारी स्कूलों में सीखने गुणवत्तापूर्ण शैक्षिक माहौल विकसित करना है। छह सरकारी स्कूलों में परियोजना के माध्यम से सेमा विषयों पर नियमित कक्षाओं से 2500 से अधिक छात्र लाभान्वित हुए हैं। शाम को नियमित संदेह निवारक सत्रों के माध्यम से स्थानीय समुदायों के 200 से अधिक छात्र लाभान्वित हो रहे हैं।