जून माह बीता, कई स्कूलों में नहीं पहुंची पुस्तकें।
कोरबा, (राज्यभूमि)। नए शिक्षा सत्र की शुरूआत हुए 14 दिन बीत गए, लेकिन अभी तक स्कूलों में पर्याप्त किताबें नहीं पहुंच पाई है। ऐसे ही स्कूलों में प्रवेशोत्सव का उत्साह मनाया जा रहा है। निजी स्कूलों में तो बच्चों को पुस्तकों के दर्शन तक नहीं हुए हैं।कई स्कूलों में किताबें पहुंच भी गई हैं, वहां बच्चों के दर्ज संख्या के हिसाब से आधे बच्चों के लायक ही किताबें पहुंची है। इससे शिक्षकों भी बच्चों को किताबें बांटने में समस्या हो रही है कि कितने बच्चों को किताब वितरण करें। सरकारी किताबों की बर्बादी रोकने के लिए इस बार किताबों में बारकोड लगाया गया है। स्कैनिंग के बाद भी बच्चों में इन किताबों को बांटना है। अब यही सिस्टम ही बच्चों को किताब वितरण करने में बाधा बन गई है। अधिकतर स्कूलों में शिक्षकों की यही शिकायत हैं कि स्कैनिंग नहीं हो रहा। ऐसे में किताबें स्कूलों में पहुंच भी गई है तो बच्चों को वितरण नहीं हो पा रहा है। शिक्षक रोज इससे जूझ रहे हैं और सिर धुन रहे हैं।