दिल की बिमारी पर बड़ी कामयाबी, वैज्ञानिकों ने इजाद की नई चीज।
एजेंसी।सिडनी। ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिकों ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए वयस्क हृदय की मांसपेशियों से मेल खाते हृदय ऊतक विकसित किए हैं और बच्चों के आनुवंशिक हृदय रोगों के इलाज में कारगर साबित हो सकता है। क्यूआईएमआर बर्घोफर मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट, मेलबर्न स्थित मर्डोक चिल्ड्रेन्स रिसर्च इंस्टीट्यूट और रॉयल चिल्ड्रेन्स हॉस्पिटल ने संयुक्त रूप से जारी एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी है। विज्ञप्ति में कहा गया कि वैज्ञानिकों ने प्रयोगशाला में हृदय ऊतक सफलतापूर्वक विकसित किए हैं। यह कार्डियक ऑर्गेनोइड्स के रूप में जाना जाता है और यह वयस्क मानव हृदय की मांसपेशियों से काफी मिलता जुलता है।मानव प्लुरिपोटेंट स्टेम कोशिकाओं से बनाए गए इन ऑर्गेनोइड्स ने एक महत्वपूर्ण चरण पार कर लिया है। परंपरागत रूप से स्टेम कोशिकाओं से प्राप्त हृदय कोशिकाएं अपरिपक्व रहती हैं। शोधकर्ताओं ने व्यायाम के प्रभावों को अनुकरण करने के लिए विशिष्ट जैविक मार्गों को सक्रिय किया, जिससे कोशिकाएं वास्तविक वयस्क हृदय ऊतक की तरह व्यवहार करने लगीं। वैज्ञानिकों का यह शोध ‘नेचर कार्डियोवैस्कुलर’ रिसर्च में प्रकाशित हुआ है। विज्ञानिकों के अनुसार यह शोध किया गया है कि उन्नत कार्डियक ऑर्गेनोइड्स का उपयोग हृदय की स्थितियों के लिए नई दवाओं का परीक्षण करने के लिए कैसे किया जा सकता है। क्यूआईएमआर बर्घोफर के कार्डिएक बायोइंजीनियरिंग लैब के जेम्स हडसन ने कहा कि इस तरह से हृदय रोगों का अध्ययन करने का एक बड़ा लाभ है। मानव हृदय ऑर्गेनोइड्स का उपयोग करके हम कई और यौगिकों की जांच कर सकते हैं, जिससे दवा विकसित करने की प्रक्रिया में तेजी लाई जा सकती है। इन ऑर्गेनोइड्स का उपयोग करके शोधकर्ताओं ने आनुवंशिक हृदय रोगों का मॉडल तैयार किया, जिसमें अध्ययन करने में कठिन डेस्मोप्लाकिन कार्डियोमायोपैथी भी शामिल है।