पड़ोसी जिले से हाथियों ने फिर दी धमक,अलर्ट मोड पर वन अमला, निगरानी में जुटा।

 

कोरबा,( राज्यभूमि)। पिछले दिनों जिले के जंगलों से हाटी व धरमजयगढ़ वन परिक्षेत्र पहुंचे हाथियों की आमद फिर कोरबा में हो चुकी है। हाथियों का दो दल कुदमुरा रेंज के गीतकुंआरी व कुदमुरा सर्किल पहुंच गया है। जिसे देखते हुए वन अमला सतर्क होने के साथ हाथियों की निगरानी में जुट गया है। ग्रामीणों को मुनादी कराकर अलर्ट भी किया जा रहा है।हाथियों की वापसी के बाद एक बार फिर ग्रामीणों की टेंशन बढ़ गई है। 8 हाथियों के दल ने आधी रात को हाटी क्षेत्र से कुदमुरा सर्किल में प्रवेश किया, जबकि 5 हाथी धरमजयगढ़ क्षेत्र से पहुंचे हैं। रेंज के ही गीतकुंआरी गांव के जंगल में हाथी विचरण कर रहे हैं। एक साथ हाथियों के दो दलों के अलग-अलग स्थानों पर आने से वन विभाग की परेशानी बढ़ गई है। हालांकि हाथियों ने तत्काल कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है फिर भी उत्पात की संभावना बनी हुई है। इधर पसरखेत रेंज में भी हाथी समस्या बनी हुई है। यहां के जंगल में 13 की संख्या में हाथी विचरण कर रहे हैं। बताया जाता है कि हाथियों का यह दल रात में रेंज के धौंराभाठा गांव में पहुंचकर भारी उत्पात मचाया। इस दौरान हाथियों ने खेतों में पहुंचकर बड़ी मात्रा में धान की फसल को रौंद दिया है। हाथियों के इस उत्पात से गांव के 5 किसान प्रभावित हुए हैं। जिनकी मेहनतों पर पानी फिर गया है। हाथियों के उत्पात से पीडि़त किसानों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। जिस पर वन विभाग अमला ने मौके पर पहुंचकर नुकसानी का आंकलन किया। कटघोरा वनमंडल के केंदई, पसान व जटगा रेंज में भी 46 हाथियों की सक्रियता लगातार बनी हुई है। कोरबी क्षेत्र में पिछले कई दिनों से सक्रिय 11 हाथी बीती रात यहां उत्पात मचाने के बाद पसान रेंज के सेमरहा सर्किल पहुंच गया है। जिनकी निगरानी वन विभाग द्वारा की जा रही है।