*बजट पर सीपीआई कोरबा आज (2 फरवरी, 2025) निम्नलिखित बयान जारी किया*

*भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जिला परिषद कोरबा छत्तीसगढ़*

2 फरवरी, 2025

प्रेस विज्ञप्ति

बजट पर सीपीआई कोरबा
आज (2 फरवरी, 2025) निम्नलिखित बयान जारी किया:

वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत बजट में भारतीय अर्थव्यवस्था के सामने आने वाली चुनौतियों की उपेक्षा की गई है।

बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई, बढ़ती असमानता और क्षेत्रीय विषमताएं भारतीय लोगों के सामने आने वाली कुछ प्रमुख समस्याएं हैं, लेकिन बजट इनसे निपटने में विफल रहा है। अर्थव्यवस्था पहले से ही खराब स्थिति में है और भारतीय रुपये का मूल्य अभूतपूर्व रूप से कम स्तर पर पहुंच गया है। विदेशी कर्ज बढ़ता जा रहा है।

सामाजिक क्षेत्र और हाशिए पर पड़े लोगों के कल्याण की उपेक्षा की जाती है क्योंकि मनरेगा जैसी योजनाओं को महत्व नहीं दिया जाता है और शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक क्षेत्र पर पर्याप्त आवंटन नहीं किया जाता है।

इसी प्रकार, परमाणु क्षेत्र में निजी भागीदारी तथा अर्थव्यवस्था के हर क्षेत्र में बढ़ती निजी भागीदारी अर्थव्यवस्था को बर्बाद करती रहेगी।

बीमा क्षेत्र में 100 प्रतिशत एफडीआई से एलआईसी और जीआईसी पर असर पड़ना तय है, जो पहले से ही देश में समस्याओं का सामना कर रहे हैं। बजट में पेंशन, सामाजिक सुरक्षा और किसानों द्वारा मांगे जाने वाले एमएसपी जैसे ज्वलंत मुद्दों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। यह लैंगिक समानता और सामाजिक न्याय के मुद्दों को संबोधित करने में विफल रहा है।

बजट में शून्य गरीबी की बात की गई है लेकिन वास्तविकता यह है कि गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है।

सीपीआई लोगों से आह्वान करती है कि वे केंद्र सरकार की कॉर्पोरेट समर्थक नीतियों और लोगों की आजीविका के मुद्दों को हल करने में विफलता को उजागर करते हुए विरोध प्रदर्शन करें।

पवन कुमार वर्मा
जिला सचिव
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी
जिला परिषद कोरबा छत्तीसगढ़

 

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