मूंगफली की खेती पर दिया जा रहा जोर, 1074 का लक्ष्य, किसान अब तक एक हजार 56 हेक्टेयर क्षेत्र में कर चुके हैं खेती।

कोरबा, (राज्यभूमि)। जिले में फसलचक्र अंतर्गत तिलहन की खेती के तहत मूंगफली की खेती के लिए किसानों ने रूचि अधिक दिखाई है। विभाग ने 1074 हेक्टेयर में मूंगफली की खेती का लक्ष्य रखा था, लेकिन किसान अब तक एक हजार 56 हेक्टेयर क्षेत्र में मूंगफली की खेती कर रहे हैं।कृषि विभाग के अधिकारी ने बताया कि मूंगफली के लिए कोरबा जिला को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य है। किसानों की फसल से प्राप्त मूंगफली से तेल निकालने के लिए एक फर्म से अनुबंधन की प्रक्रिया जारी है। मूंगफली का तेल निकाला जाएगा। इससे किसानों को ज्यादा मुनाफा होगा।विभाग ने फसलचक्र अंतर्गत पिछले साल से अधिक 13 हजार 580 हेक्टेयर में अरहर, मूंग, उड़द और कुल्थी की खेती के लिए लक्ष्य निर्धारित किया है। लेकिन अब तक नौ हजार 63 हेक्टेयर में ही किसान दलहन की फसल लगा सके हैं। इसमें सबसे कम कुल्थी की खेती तीन हेक्टेयर में ही हो सकी है। जिले में धान की फसल लगाने का काम लगभग 96 फीसदी पूरा हो गया है। लेकिन इसमें भी लक्ष्य के मुताबिक रोपा विधि से 15 फीसदी क्षेत्रों में अब तक फसल नहीं लगाई जा सकी है। वहीं बोता विधि से फसल बोआई का काम लक्ष्य से आठ फीसदी हो चुकी है। किसानों के पास अब इतना समय भी नहीं है कि फसल बोआई का काम शुरू कर सके।