खदानों में तगड़ी सुरक्षा फिर भी हादसे, जिम्मेदारी तय हो,कोयला – खान व इस्पात की संसद की स्थायी समिति की बैठक में सांसद ने उठाया मुद्दा।

कोरबा,(राज्यभूमि)। कोयला,खान,और इस्पात पर संसद की स्थायी समिति की मंगलवार को संसद भवन परिसर में आयोजित बैठक में सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत ने खनिजों और धातुओं की आत्मनिर्भरता पर आयोजित विषय पर अपनी बात रखी।श्रीमती महंत ने कहा कि एसईसीएल की गेवरा,कुसमुंडा, दीपका सहित अन्य कोयला खदान में त्रिपुरा रायफल व सशस्त्र बल की तैनाती के बाद भी भी रोजाना खदानों में अवैधानिक लोग घुस जाते हैं। बार बार संज्ञान में लाने के बाद भी कोई कार्यवाही नही हो रही है। मंगलवार को भी दीपका कोयला खदान में हादसा हुआ दो की मौत हो गई है एक घायल है किसकी जिम्मेदारी है? जिम्मेदारी तय हो और कार्यवाही की जाए। साँसद ने कहा कि पहले भी खदानों में गोली चलने, हत्या, मारकाट हो चुकी है। ये सब एसईसीएल के अधिकारियों और कोयला तस्करों की साठगांठ से संभव हो रहा हैं? साँसद ने चिरमिरी क्षेत्र में कोयला में लगी आग व झगराखण्ड की समस्या के साथ साथ वहां रह रहे कामगारों व स्थानीय जनों की समस्या से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के कोरबा संसदीय क्षेत्र के खनन क्षेत्र के प्रभावितों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जरूरी है, खनिज न्यास निधि की राशि प्रभावित क्षेत्र में प्राथमिकता के साथ व्यय किये जायें, लेकिन कोरबा जिले में इसका अभाव दिखता है। साँसद ने माइनिंग कालेज की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि तत्काल में जरूरी होगा कि खनन प्रभावित लोगों को तकनीकी व रोजगार मूलक प्रशिक्षण दिया जाए। साँसद ने कहा कि बड़े दुख की बात है कि कोरबा जिले में एक भी इस मंत्रालय से संबंधित रोजगार मूलक स्थाई ट्रेनिंग सेंटर नही है। उन्होंने कहा कि कोयला ,इस्पात व खनन उपक्रमों में प्रभावित बेरोजगार युवकों व समूहों को सीधे रोजगार से जोडऩे उन्हें आवश्यक ठेके में अवसर दिए जाएं व उन्हें आत्म निर्भर बनाने के लिए आवश्यक है कि प्रभावित क्षेत्र के लोग स्वस्थ रहे उसके लिए जरूरी होगा कि चलित हॉस्पिटल व निजी व सार्वजनिक उपक्रमो के अस्पताल को मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल के तर्ज पर विकसित किया जाए। साँसद ने कहा कि खनन तो ठीक है लेकिन उसके अपशिष्ट के निष्पादन की क्या व्यवस्था है सरकार को स्पष्ट करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा व इस्पात मंत्रालय के अधीन कोरबा के निजी उपक्रम बालको के अस्पताल को सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल में तर्ज किया जाए व जिले के नागरिकों को रियायती दरों पर सुविधा प्रदान करे। लैंको- अडानी भी सामुदायिक विकास में भागीदारी निभाये। साँसद ने कहा कि आत्मनिर्भर बनाने के लिए जरूरी है पुनर्वास ग्राम व भूविस्थापित लोगों की समस्या निदान पहले प्राथमिकता से की जाए उसके बाद खनन के कार्य प्रारंभ हो।