खाद्य सुरक्षा विभाग को नहीं आम लोगों की सेहत का ख्याल,जूस, कोल्ड्रिग्स, गन्ना रस की नहीं हो रही जांच।

 

कोरबा,(राज्यभूमि)। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को मिलावट रोकने, गर्मी में सभी प्रकार के जूस, गन्ना रस, दूध सहित अन्य का सैंपल लेने की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है, लेकिन जिले में तैनात खाद्य अमला इसमें गंभीरता नहीं दिखा रहा है। गर्मी सीजन गुजरना वाला है फिर भी जूस, कोल्ड्रिग्स, गन्ना रस की जांच नहीं की जा रही है। इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि इसका मानक व मात्रा भी तय नहीं है। इसलिए जूस, गन्ना रस के संचालक अपनी मनमर्जी चला रहे हैं। जिम्मेदार विभाग को इस ओर कोई मतलब नहीं है। जबकि विभाग को इसका सैंपलिंग के अलावा साफ-सफाई का निरीक्षण भी करना है। गर्मी में सबसे ज्यादा पेय पदार्थ गन्ना रस, जूस, कोल्ड्रिग्स के दाम भी बढ़ गए हैं। पेय पदार्थ की दुकान हर चौक-चौराहे पर चल रही हैं। जहां लोग गला तर कर रहे हैं। जिम्मेदार खाद्य एवं औषधि विभाग जूस व गन्ना रस की क्वालिटी चेक के लिए सैंपल नहीं ले रही है। सड़क किनारे लगे ठेले में गन्ना रस से ज्यादा बर्फ व पानी की मात्रा होती है। रेट बढ़ने का कारण सीधे तौर अन्य सामानों का रेट बढ़ना कह दिया जाता है। जिम्मेदार खाद्य एवं औषधि विभाग की टीम को गुणवत्ता को लेकर कार्रवाई करने की आवश्यकता है, लेकिन उनका ध्यान ही नहीं है। इसका खामियाजा भोले-भाले लोगों को भुगतना पड़ रहा है। खाद्य सुरक्षा अमला महीनों में एकाध सेंपल लेकर आफिस में बैठकर कुर्सी तोड़ रहे है। इसे देखने वाला कोई नहीं है। मिलावटखोरों पर किसी का दबाव नहीं होने से वे मनमर्जी कर रहे हैं। इधर आम लोग मिलावटी सामान खाकर बीमार हो रहे हैं।